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5 May 2021 · 1 min read

क्या यही होता है खेला?

आगजनी हिंसा हत्या लूट और बलात्कार
राजनैतिक विरोधियों का दमन
क्या यही हैं लोकतंत्र के संस्कार ?
खेला क्यों हो गया मैला
तुम कैंसे अपना दामन पाक साफ रख पाओगी?
मैला आंचल लेकर कहां जाओगी?
क्या कुर्सी पर बैठकर
अपनी ही जनता को मरवाओगी?
लोकतंत्र की मर्यादा हो रही हैं तार-तार
विरोधियों का जीवन हो रहा है दुश्वार
आप तीसरी बार मुख्यमंत्री चुनी गई हैं
क्या आप नहीं हो रही शर्मसार ?
बंद कीजिए हिंसा का खेला
प्रदेश एवं देश को दीजिए
अमन सुख शांति का भेला
बहुत हो गया हिंसा का खेला

सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
4 Likes · 10 Comments · 307 Views
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