क्या फायदा
हाल दिल का सुनाने से क्या फायदा
अश्क तुमको दिखाने से क्या फायदा
नींद आती नही दर्द जाता नही
इस कदर छटपटाने से क्या फायदा
प्रेम चिंगारी को अब धधक जाने दो
आग दिल की बुझाने से क्या फायदा
आंख ही अब नहीं संग रोता है दिल
बेवजह मुस्कुराने से क्या फायदा
खुदका अस्तित्व ही जब पराधीन हो।
तारों से टिमटिमाने से क्या फायदा
जब सदा ही अँधेरा हो दीपक तले
दिल दिए सा जलाने से क्या फायदा
चोट मुझको लगे दर्द हो आपको।
इस तरह दिल दुखाने से क्या फायदा।।
अब खुलेआम मिलने ही आया करो ।
प्यार है तो छुपाने से क्या फायदा।।
फल पकेंगे तो झोली में गिर जाएंगे
पत्थरो से गिराने से क्या फायदा
मैल मन का धुलेगा नहीं इस तरह।
सिर्फ गंगा नहाने से क्या फायदा।।
यादों में अब नहीं ख्वाब मेंआइये।
रात भर यूँ जगाने से क्या फायदा ।।
श्रीमती ज्योति श्रीवास्तव