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16 Sep 2024 · 1 min read

“क्या करूँ”

“क्या करूँ”
खुशियाँ ही ना कर सकी
दिल को खुश
तो क्या करूँ,
लगा के दिल गमों से
कई बार बहलाया हमने।

2 Likes · 3 Comments · 17 Views
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