Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Mar 2024 · 1 min read

सत्य तो सीधा है, सरल है

सत्य तो सीधा है, सरल है
हमारे मन के भीतर ही निहित है।

सत्य तो सुगम है, निर्मल है
इसकी खोज में सुख निहित है।

सत्य का प्रकाश अटल है,
इसकी प्राप्ति में परम आनंद है।

यह कहीं छिपा नहीं है,
जाकर खोज लो इसको अपने में।

– सुमन मीना (अदिति)
लेखिका एवं साहित्यकार

4 Likes · 35 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
हिय जुराने वाली मिताई पाना सुख का सागर पा जाना है!
हिय जुराने वाली मिताई पाना सुख का सागर पा जाना है!
Dr MusafiR BaithA
मैं मधुर भाषा हिन्दी
मैं मधुर भाषा हिन्दी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
ब्याहता
ब्याहता
Dr. Kishan tandon kranti
फूल फूल और फूल
फूल फूल और फूल
SATPAL CHAUHAN
संसार है मतलब का
संसार है मतलब का
अरशद रसूल बदायूंनी
संगीत की धुन से अनुभव महसूस होता है कि हमारे विचार व ज्ञान क
संगीत की धुन से अनुभव महसूस होता है कि हमारे विचार व ज्ञान क
Shashi kala vyas
आग़ाज़
आग़ाज़
Shyam Sundar Subramanian
आइन-ए-अल्फाज
आइन-ए-अल्फाज
AJAY AMITABH SUMAN
हक़ीक़त का
हक़ीक़त का
Dr fauzia Naseem shad
हृदय मे भरा अंधेरा घनघोर है,
हृदय मे भरा अंधेरा घनघोर है,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
Sometimes
Sometimes
Vandana maurya
गई नहीं तेरी याद, दिल से अभी तक
गई नहीं तेरी याद, दिल से अभी तक
gurudeenverma198
दीप ज्योति जलती है जग उजियारा करती है
दीप ज्योति जलती है जग उजियारा करती है
Umender kumar
भगवान की तलाश में इंसान
भगवान की तलाश में इंसान
Ram Krishan Rastogi
*धन्य तुम मॉं, सिंह पर रहती सदैव सवार हो (मुक्तक)*
*धन्य तुम मॉं, सिंह पर रहती सदैव सवार हो (मुक्तक)*
Ravi Prakash
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बहुत जरूरी है एक शीतल छाया
बहुत जरूरी है एक शीतल छाया
Pratibha Pandey
सबक
सबक
manjula chauhan
मैं भी डरती हूॅं
मैं भी डरती हूॅं
Mamta Singh Devaa
💐प्रेम कौतुक-197💐
💐प्रेम कौतुक-197💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दूर रह कर सीखा, नजदीकियां क्या है।
दूर रह कर सीखा, नजदीकियां क्या है।
Surinder blackpen
■ आज का शेर...
■ आज का शेर...
*Author प्रणय प्रभात*
नम आंखों से ओझल होते देखी किरण सुबह की
नम आंखों से ओझल होते देखी किरण सुबह की
Abhinesh Sharma
सितम फिरदौस ना जानो
सितम फिरदौस ना जानो
प्रेमदास वसु सुरेखा
किस जरूरत को दबाऊ किस को पूरा कर लू
किस जरूरत को दबाऊ किस को पूरा कर लू
शेखर सिंह
माया और ब़ंम्ह
माया और ब़ंम्ह
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
3134.*पूर्णिका*
3134.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Milo kbhi fursat se,
Milo kbhi fursat se,
Sakshi Tripathi
जिस काम से आत्मा की तुष्टी होती है,
जिस काम से आत्मा की तुष्टी होती है,
Neelam Sharma
Loading...