कौन हूँ मैं?
एक मुस्कुराते चेहरे के पीछे
रहस्यामयी किरदार हूँ मैं,
लोगो की नज़र में खुशमिज़ाज़,
मगर कई महीनो से
बेवजह ही खुद से नाराज़ हूँ मैं,
जेहन में उतरा है ये सवाल आज
आखिर कौन हूँ मैं?
जिस महफ़िल में जाऊं मुस्कुराती ही रहती हूँ
दिल दुखता है किन बातों से मेरा ये,
मैं जमाने से कहाँ कहती हूँ!
खुद के ही सवालों में उलझ गयी ज़िन्दगी मेरी,
जब आइना बताता रहा हकीकत मेरी.
गरिमा प्रसाद🥀