कोरोना वायरस
बाहर वबा तो घर में क्या अमन व अमान है
इनसे बचे जो जान तो सारा जहान है
राज़ी है रब तो बारिश ए रहमत का है नुज़ूल
नाराज़ है तो फिर ये तिरा इम्तिहान है
इरशाद आतिफ़ अहमदाबाद
बाहर वबा तो घर में क्या अमन व अमान है
इनसे बचे जो जान तो सारा जहान है
राज़ी है रब तो बारिश ए रहमत का है नुज़ूल
नाराज़ है तो फिर ये तिरा इम्तिहान है
इरशाद आतिफ़ अहमदाबाद