Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 May 2020 · 1 min read

कोरोना : देवदूत या महामारी

स्वप्न में कोरोना से मुलाक़ात हुई.. मैंने पूछा..
कोरोना..कोरोना ओ कोरोना !!
क्या सचमुच तुम एक विनाश हो, महामारी हो?
एक दानव हो या अभिशाप हो?
या हो कोई देवदूत या हो कोई चेतावनी
बताओ तो कौन हो तुम?

कोरोना ने उत्तर दिया..
हे मानव..महामारी तो तुमने समझा
मैं तो एक देवदूत हूँ
लेकर आया हूँ देव-सन्देश
आना पड़ा मुझे याद दिलाने
कि तुम नहीं हो इस पृथ्वी के मालिक
भूल बैठे हो प्रेम त्याग समर्पण के संस्कार
हावी हुआ इस दुनियाँ पर अब तुम्हारा अहंकार
दया भाव तुमने खत्म किया ना फिर पश्चाताप किया
दीन दुखियों..पशु पक्षियों पर तुमने अत्याचार किया
पेड़ काटकर वन जलाकर प्रकृति पर खूब अन्याय किया
कर्तव्य भूले मर्यादा भूले..तुमने व्याभिचार किया
आया हूँ मैं एहसास दिलाने हे मानव !!
तुम ईश्वर की संतान हो..इस दुनियां की शान हो
क्यों भूले हो कर्तव्य पथ को..अपने अंदर के इंसान को
बैठकर अब लॉकडाउन में घर पर
खुद की ज़रा पहचान करो
चला जाऊंगा खुद ही इस धरा से
बस पहले एक वचन भरो
सादा भोजन..सादा जीवन और होंगे उच्च विचार
यही रहे बस अब तुम्हारे जीवन का आधार
स्वच्छ रहे प्रकृति.. निर्मल रहें संस्कार
हे मानव! मैं महामारी नहीं देवदूत हूँ
देने आया हूँ देव सन्देश
डरो ना मुझसे !!
करो साधना घर पर रहकर
अपनी भूलों का पश्चाताप करो
प्रेम, क्षमा और दया भाव को भीतर आत्मसात करो
✍️ अनुजा कौशिक

Language: Hindi
22 Likes · 18 Comments · 835 Views

You may also like these posts

■ आज का शेर-
■ आज का शेर-
*प्रणय*
फितरत दुनिया की...
फितरत दुनिया की...
डॉ.सीमा अग्रवाल
यूँ  तो  दुनिया  में  मेले  बहुत  हैं।
यूँ तो दुनिया में मेले बहुत हैं।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
निर्मोही से लगाव का
निर्मोही से लगाव का
Chitra Bisht
ले चलो तुम हमको भी, सनम अपने साथ में
ले चलो तुम हमको भी, सनम अपने साथ में
gurudeenverma198
? ,,,,,,,,?
? ,,,,,,,,?
शेखर सिंह
किसे फर्क पड़ता है
किसे फर्क पड़ता है
Sangeeta Beniwal
भोर
भोर
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
किसी मुस्क़ान की ख़ातिर ज़माना भूल जाते हैं
किसी मुस्क़ान की ख़ातिर ज़माना भूल जाते हैं
आर.एस. 'प्रीतम'
जाने कब दुनियां के वासी चैन से रह पाएंगे।
जाने कब दुनियां के वासी चैन से रह पाएंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
छठि
छठि
श्रीहर्ष आचार्य
" पानी "
Dr. Kishan tandon kranti
3047.*पूर्णिका*
3047.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पढ़ें चुटकुले मंचों पर नित
पढ़ें चुटकुले मंचों पर नित
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
नास्तिकता
नास्तिकता
मनोज कर्ण
गरीब–किसान
गरीब–किसान
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
"" *श्रीमद्भगवद्गीता* ""
सुनीलानंद महंत
रात का रक्स..
रात का रक्स..
हिमांशु Kulshrestha
'सफलता' वह मुकाम है, जहाँ अपने गुनाहगारों को भी गले लगाने से
'सफलता' वह मुकाम है, जहाँ अपने गुनाहगारों को भी गले लगाने से
satish rathore
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मुझे मुझसे हीं अब मांगती है, गुजरे लम्हों की रुसवाईयाँ।
मुझे मुझसे हीं अब मांगती है, गुजरे लम्हों की रुसवाईयाँ।
Manisha Manjari
कुलदीप बनो तुम
कुलदीप बनो तुम
Anamika Tiwari 'annpurna '
आजादी की कहानी
आजादी की कहानी
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
ईमानदारी का इतिहास बनाना है
ईमानदारी का इतिहास बनाना है
Sudhir srivastava
तस्वीर
तस्वीर
ओनिका सेतिया 'अनु '
ये भी तो ग़मशनास होते हैं
ये भी तो ग़मशनास होते हैं
Shweta Soni
2
2
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*जिंदगी के  हाथो वफ़ा मजबूर हुई*
*जिंदगी के हाथो वफ़ा मजबूर हुई*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
गर्मी
गर्मी
Dhirendra Singh
मेरे प्यारे बच्चों
मेरे प्यारे बच्चों
Abhishek Rajhans
Loading...