कोरोना की जंग तो नही लेकिन
कोरोना की जंग तो नही लेकिन
भूख और जीवन के बीच
दो वक्त की रोटी की जंग
आज नही तो कल मार ही डालेंगी
भूख की लड़ाई है जीवन से
संघर्ष जारी है,था और रहेगा।
दो वक्त की रोटी की तलाश में
एक ज़िंदा आस लिए
घर से बाहर जाना शाम को
दो पैसे कमा लौट कर आना
एक दिन की भूख बना देती है,विवश,लाचार
कदापि कोई नही रहना चाहेगा भूखा वर्षों से
क्योंकि भूख का रिश्ता है, मुत्यु से
भूपेंद्र रावत
1।05।2020