Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jan 2021 · 1 min read

कोरोना की करुणा-विहीन अट्टाहश

मुर्दे पंक्तिबद्ध हुए है कब्रगाह में जाने को
जिंदा इंसान ,पर,मतवाला है मुर्दों में सँगत पाने को
बता बता सब थक गए, मिन्नते भी बेकार हुई
घर में तुम्हे बैठाने की अरबों की हानि भी हार गई।

जिंदगी थर थर कांप रही , कफनों में आंसूं पोछ रही
न्यूयॉर्क से लेकर इटली तक कि सड़के शमसान हुईं।
गंगा की तट पर भी अब आहट सुनाई देती है
कोरोना की करुणा-विहीन अट्टाहश सुनाई देती है।

इस विपदा ! इस दावानल को यहीं हमें रोकना होगा
भारत की तपोभूमि पर इसका वध करना होगा
जागो भारतवंशियों ! अपने इष्ट अपने ऋषियोँ का स्मरण करो
अपने अन्दर राम के धैर्य ,कृष्ण के योग ,महादेव के ध्यान का चिंतन करो।

स्थूल जगत में रुक जाना होगा,
स्वयं के अन्दर जाना होगा।
स्वच्छता अपनाना होगा,
थोड़ी कमी में जीवन को जूझाना होगा

इस प्रण को व्रत के जैसा निभाना होगा
हमें थोड़ा और अपने को कठोर बनाना होगा
अपने तपोबल से अभीष्ट को पाना होगा
जीवन के लौ को झंझावातों से बचाना होगा।

-Amit Kumar Pandey
Banker at State Bank of India

11 Likes · 23 Comments · 797 Views

You may also like these posts

मुझे पतझड़ों की कहानियाँ,
मुझे पतझड़ों की कहानियाँ,
Dr Tabassum Jahan
हमारी मंजिल
हमारी मंजिल
Diwakar Mahto
कभी लगते थे, तेरे आवाज़ बहुत अच्छे
कभी लगते थे, तेरे आवाज़ बहुत अच्छे
Anand Kumar
दुविधा
दुविधा
Shyam Sundar Subramanian
बरखा में ऐसा लगे,
बरखा में ऐसा लगे,
sushil sarna
सुखांत
सुखांत
Laxmi Narayan Gupta
जो गूंजती थी हर पल कानों में, आवाजें वो अब आती नहीं,
जो गूंजती थी हर पल कानों में, आवाजें वो अब आती नहीं,
Manisha Manjari
■ आदी हैं मल-वमन के।।
■ आदी हैं मल-वमन के।।
*प्रणय*
कर्मों का बहीखाता
कर्मों का बहीखाता
Sudhir srivastava
शादी कुँवारे से हो या शादीशुदा से,
शादी कुँवारे से हो या शादीशुदा से,
Dr. Man Mohan Krishna
गुज़रा हुआ वक्त
गुज़रा हुआ वक्त
Surinder blackpen
मुर्दा यह शाम हुई
मुर्दा यह शाम हुई
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
आओ फिर से नेता सुभाष
आओ फिर से नेता सुभाष
महेश चन्द्र त्रिपाठी
Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक अरुण अतृप्त
Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक अरुण अतृप्त
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बदल चुका क्या समय का लय?
बदल चुका क्या समय का लय?
Buddha Prakash
बह्र ## 2122 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन काफिया ## आ रदीफ़ ## कुछ और है
बह्र ## 2122 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन काफिया ## आ रदीफ़ ## कुछ और है
Neelam Sharma
अवचेतन और अचेतन दोनों से लड़ना नहीं है बस चेतना की उपस्थिति
अवचेतन और अचेतन दोनों से लड़ना नहीं है बस चेतना की उपस्थिति
Ravikesh Jha
नन्हा बालक
नन्हा बालक
Ruchi Sharma
"बचपन"
Dr. Kishan tandon kranti
क्या तुम कभी?
क्या तुम कभी?
Pratibha Pandey
तीन बुंदेली दोहा- #किवरिया / #किवरियाँ
तीन बुंदेली दोहा- #किवरिया / #किवरियाँ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*रामचरितमानस में अयोध्या कांड के तीन संस्कृत श्लोकों की दोहा
*रामचरितमानस में अयोध्या कांड के तीन संस्कृत श्लोकों की दोहा
Ravi Prakash
- समर्थक जिनके आज हो ताउम्र उनके उनके बने रहो -
- समर्थक जिनके आज हो ताउम्र उनके उनके बने रहो -
bharat gehlot
बितियाँ मेरी सब बात सुण लेना।
बितियाँ मेरी सब बात सुण लेना।
Anil chobisa
अगर प्रेम में दर्द है तो
अगर प्रेम में दर्द है तो
Sonam Puneet Dubey
इस ज़मीं से  आसमान देख रहा हूँ ,
इस ज़मीं से आसमान देख रहा हूँ ,
Pradeep Rajput Charaag
कोई पीड़ा न मन को अब होगी,
कोई पीड़ा न मन को अब होगी,
Dr fauzia Naseem shad
*तुम  हुए ना हमारे*
*तुम हुए ना हमारे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
4079.💐 *पूर्णिका* 💐
4079.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
तुम्हारे प्यार से ही सब कुछ मुझे सौगात मिला !
तुम्हारे प्यार से ही सब कुछ मुझे सौगात मिला !
पूर्वार्थ
Loading...