कोई नही
कोई नही,
शब्द मेरे पानी हैं,
बहता ही रहेगा,
पाथर हो तुम,
तो ये घिसता ही रहेगा
तुम मत बदलो, ये तुम पे
अपनी निशानी छोड़ता रहेगा
तुम जैसे पाथर होना नही छोड़ सकते
ये पानी होना, बहना कैसे छोड़ेगा …
शब्द मेरे पानी हैं… बहता ही रहेगा
…सिद्धार्थ