कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो,कोई रूठे तो उसे मनाना सीखो,
कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो,कोई रूठे तो उसे मनाना सीखो,
रिश्ते तो मिलते हैं मुक़द्दर से, बस उन्हें ख़ूबसूरती से निभाना सीखो।
कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो,कोई रूठे तो उसे मनाना सीखो,
रिश्ते तो मिलते हैं मुक़द्दर से, बस उन्हें ख़ूबसूरती से निभाना सीखो।