कैसा हो रामराज्य
राम -राज आया है, खुशी हम मनाएं।
राम -राज में कोई, दुखी अब रहे ना ।
हिल मिल रहे जैसे ,सुमन एक डाली।
किसी का किसी से कोई बैर रहे ना ।।
राम -राज—–
माता बहन व बेटी, निडर होके निकलें।
कोई मवाली उन्हें , छेड़ अब सके ना।।
राम-राज——
माता-पिता ने जीवन हमारा संवारा।
घर छोड़ वृद्धाश्रम मे रहना पड़े ना ।।
राम-राज——–
दोस्ती करे तो करे, राघव सुग्रीव सी।
आफ़त में कोई कदम पीछे धरे ना।।
राम-राज—-
भाई बहन का प्यार, अमर है सदा से।
भाई की कलाई अब सूनी रहे ना ।।
राम-राज —
प्यार न किसी का रुठे, मिले उसे खुशियां।
दिलों में कभी कोई नफरत रहे ना ।।
राम-राज—-
यश वैभव धन संपत्ति, मिले सभी खुशियां।
कोई पड़ोसी रंजन भूखा रहे ना ।।
राम-राज आया है ,खुशी हम मनाएं।
राम-राज में कोई, दुखी अब रहे ना।।
राजेश तिवारी”रंजन”
बाँदा उत्तर प्रदेश
मोबाइल नं0- 9125604777