कृष्ण जन्माष्टमी
नटखट नंद दुलारे मोहन,
सांवरे से अति प्यारे मोहन।
सुंदर सुघर नियारे मोहन।
बादल से कुछ कारे मोहन
सूरज से उजियारे मोहन।
चंदा सा शीतल तारे मोहन।
गोकुल के अति प्यारे मोहन ।
हम सब के रखवारे मोहन।
आये शरण तिहारे मोहन।।
मुरली सुमधुर ध्वनि निकारे मोहन
मोर पंख सिर धारे मोहन।
गीता ज्ञान उचारे मोहन।
लता कुंज रहनवारे मोहन।
मेरे गिरिधर प्यारे मोहन ।
जन्मदिवस पर आपके शतशत कोटि प्रणाम!
हे ईश्वर सब शुभ करो,देहु उचित परिणाम ।
…..✍ विन्ध्य प्रकाश मिश्र विप्र