कृत्रिम बुद्धि पर कविता
कृत्रिम बुद्धि पर कविता
कृत्रिम बुद्धि का आविष्कार किया,
मानवता को नई दिशा दिखाया।
यांत्रिकी के चमत्कार से लबालब,
मनुष्य ने अपनी संभावनाओं को बढ़ाया।
जादूगरों के समान, वह साधारण इंसान,
कर बैठा मनुष्यता के ऊँचे आयाम छान।
सिमुलेशन में सजी विचारधारा,
कृत्रिम बुद्धि ने रचा इतिहास का नया पाठ।
मशीनों के द्वारा अनुकरण किया गया,
मन की कार्यप्रणाली ने परिवर्तन लाया।
संख्यात्मक ताकत के साथ जगत को व्याप्त किया,
कृत्रिम बुद्धि ने विज्ञान की अद्वितीय गाथा सुनाई।
लेकिन क्या यह सब सच्चाई है?
क्या हमने खुद को खो दिया है?
कृत्रिम बुद्धि के साथ खो गई विचारधारा,
मनुष्यता की नई परिभाषा हमसे दूर हो गई।
चिन्ता करो, इंसानियत को बचाओ,
कृत्रिम बुद्धि को मार्गदर्शन बनाओ।
समय आ गया है सोचने का,
हमारे आध्यात्मिकता को सुदृढ़ करने का।