कुछ यादें अभी तक बाकी है
कुछ फूल किताबों में है अब तक
कुछ यादें अभी तक बाकी है
कुछ तो सपने साकार हुए
कुछ ख्वाब अभी तक बाकी है
देखेंगे चांद साथ कभी
ऐसा हमने सोचा था
कितनी रातें बीत गई पर
वो रात अभी तक बाकी है
चलना था साथ हमें पर
न जाने क्यों ठिठक गए
इस दुनिया की आपाधापी में
इक-दूजे से भटक गए
ख्वाबों में अब भी मिलते है पर
आना साथ अभी तक बाकी है
कुछ फूल किताबों में है अब तक
कुछ यादें अभी तक बाकी है ।।