कुछ मुक्तक
औक़ात में ज़्यादा,मगर क़ीमत में जो
सस्ता होगा
दिल में जाने का भी,आसान सा
रस्ता होगा
मुहब्बत देगा,बांटेगा,लुटाएगा यूँ
भर-भर के
वो जिसके क़ल्ब का,एहसास से
रिश्ता होगा।जलज??
जब लगा,जैसा लगा,सब लिख दिया
जो ना कह पाया था कल,अब लिख दिया
आपकी मर्ज़ी,जिसे सजदा करें अब
मैंने हरइक लफ़्ज़ पे,रब लिख दिया।
जलज???