“कीमत”
“कीमत”
कीमत जवाहरात की नहीं, बल्कि जौहरी की होती है। जवाहरात के नष्ट होने पर तो और भी उपलब्ध हो सकते हैं। लेकिन जौहरी के खत्म होने पर जवाहरात की कीमत भला कौन आँकेगा?
“कीमत”
कीमत जवाहरात की नहीं, बल्कि जौहरी की होती है। जवाहरात के नष्ट होने पर तो और भी उपलब्ध हो सकते हैं। लेकिन जौहरी के खत्म होने पर जवाहरात की कीमत भला कौन आँकेगा?