“किसी के लिए”
“किसी के लिए”
किसी के लिए दौलत ही सब कुछ है,
इंसानी ताल्लुकात को नहीं समझते।
किसी के लिए जां तलक निसार दो,
वो किसी सौगात को नहीं समझते।
“किसी के लिए”
किसी के लिए दौलत ही सब कुछ है,
इंसानी ताल्लुकात को नहीं समझते।
किसी के लिए जां तलक निसार दो,
वो किसी सौगात को नहीं समझते।