*किले में योगाभ्यास*
किले में योगाभ्यास
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13 जून 2023 मंगलवार प्रातः काल रामपुर किला परिसर स्थित पार्क में मुनीष चंद्र शर्मा उपस्थित अभ्यासियों को योग सिखा रहे हैं। उनके बगल में योग सिखाने की मुद्रा में पंडित विश्वनाथ प्रसाद मिश्रा भी विराजमान हैं। अभ्यासियों की संख्या पचास के लगभग है।
शशक का अर्थ खरगोश होता है। मंडूक का अर्थ मेंढक होता है । सिंहासन अर्थात शेर की तरह बैठना। मुनीश चंद्र शर्मा जो-जो आसन अभ्यासियों को सिखाते हैं, उसका अर्थ भी बताते चले जाते हैं। इससे आसन के मूल तक पहुंचने में अभ्यासियों को मदद मिलती है।
वज्रासन में बैठने के लिए बताया तो साथ में यह टिप्पणी भी कर दी कि जैसे नमाज में बैठते हैं। आसानी से सब लोग समझ गए।
गर्दन घुमाने से लेकर हाथ और पैरों के विभिन्न आसन स्वयं लगाकर आपने उपस्थित अभ्यासियों को सिखलाया।
जब घड़ी देखकर आपने बताया कि 6:51 हो चुके हैं अब केवल नौ मिनट शेष हैं जिसमें आपको कुछ क्रियाओं के बाद ध्यान लगवाया जाएगा, तो सब मुदित हो गए। नौ मिनट के भीतर ही मुनीश चंद्र शर्मा ने शवासन लगाना भी सिखा दिया और उसके बाद अभ्यासियों को ध्यान में भी ले गए। अंत में यह श्लोक पढ़कर सुनाते हुए सबसे दोहरवाया:
सर्वे भवंतु सुखिनः /सर्वे संतु निरामया/ सर्वे भद्राणि पश्यंतु/ मा कश्चित् दुख भाग भवेत
इसका अर्थ भी बताया कि सब सुखी हों, सब निरोगी हों, किसी को इस संसार में कोई कष्ट नहीं हो। भारतीय चिंतन यही होता है- मुनीश चंद्र शर्मा ने सबसे कहा। ओम का उच्चारण भी तीन बार आपने कराया।
21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस है। इसलिए आजकल किला परिसर स्थित पार्क वास्तव में योग पार्क के रूप में बदला हुआ है । न केवल एक कोने में पचास अभ्यासी योग सीखते हुए दिख जाएंगे बल्कि जहां-तहां लोग बैठे हुए योग ही करते दिखेंगे। पूरा वातावरण इस समय योगमय है। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित करना भारत की सचमुच एक बड़ी उपलब्धि है, जिसका प्रमाण किला स्थित पार्क के योग-पार्क में परिवर्तित होने के रूप में देखा जा सकता है ।
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रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451