किताबें
एकाकीपन हो जीवन तो साथ हमारा निभाती किताबें,
सच्चे साथी जैसे तत्काल सहारा बन जाती किताबें।
हर व्यक्ति के अंतर्मन के दर्द की थाह लगाती किताबें,
ज्ञान जगाकर मानव में जीवन की राह बताती किताबें।
जीवन के हर पहलू में हमको ढलना सिखाती किताबें,
विपदा में निर्भय हो डटकर लड़ना सिखाती किताबें।
अतीत के हर रूप-रंग का हमको ज्ञान कराती किताबें,
बुद्धि को विकसित कर व्यक्ति का मान बढा़ती किताबें।
एक जगह से ही सारी दुनिया की सैर कराती किताबें,
टापू, सागर, वन, नदियाँ, झरना, शैल दिखाती किताबें।
मीत रहे ग़र दूर कहीं तो उसको पास बुलाती किताबें,
प्रिय के मन में नित मिलने की आस जगाती किताबें।
अपने शब्दों के बाणों से सिंहासन को हिलाती किताबें,
मनुष्य भले ही राजा पर शासन को चलाती किताबें।
अपने हरेक अक्षरों से ज्ञान के मोती लुटाती किताबें,
किताबों से जिसने प्रेम किया उसके भाग्य जगाती किताबें।