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26 Nov 2019 · 1 min read

काव्य

जब जहाँ में हर तरफ बस
दर्द का आवास हो ,
या कि कितना हो प्रखर पर,
दर्द का बनवास हो,
दर्द और उल्लास जब ,
एक से दिखने लगें,
तब समझ लो हम यहाँ पर
काव्य कुछ लिखने लगे ॥

@ नील पदम्

Language: Hindi
5 Likes · 1 Comment · 533 Views
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