काली जुल्फ़ें सूरमेदानी
काली जुल्फ़ें सूरमेदानी
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काला तिल बेमिसाल है,
रंग-रूप वाह कमाल है।
काली जुल्फ़ें सूरमेदानी,
जादू भरी अदा मस्तानी,
मस्त मतवाली चाल है|
काला तिल बेमिसाल हैं|
गोरे-गोरे लाल रुखसार,
कर दूं जान अपनी वार,
हाल हो गया बेहाल है|
काला तिल बेमिसाल हैं|
जैसे नीले दरिया किनारे,
हम हैं तेरे प्यार के हमारे,
हरदम तेरा ही ख्याल हैं|
काला तिल बेमिसाल है|
नीले – नीले नशीले नैन,
दिल का रहे लूटते चैन,
कंधे पर बिखरते बाल है|
काला तिल बेमिसाल हैं|
मनसीरत हुआ दीवाना,
खूबसूरत सी वो हसीना,
ये दिल हो गया दयाल हूं|
काला तिल बेमिसाल है|
काला तिल बेमिसाल है|
रंग-रूप वाह कमाल हैं|
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)