कहाॅं तुम पौन हो।
निज गिरेवाॅं झाॅंक, जानो कौन हो।
अहंकारी या सहजता गोन हो।
सूत्र कहता स्वयं को पहचान कर,
जो बढ़ोगे, फिर कहाॅं तुम पौन हो।
पं बृजेश कुमार नायक
निज गिरेवाॅं झाॅंक, जानो कौन हो।
अहंकारी या सहजता गोन हो।
सूत्र कहता स्वयं को पहचान कर,
जो बढ़ोगे, फिर कहाॅं तुम पौन हो।
पं बृजेश कुमार नायक