“कहानी मेरी अभी ख़त्म नही
“कहानी मेरी अभी ख़त्म नही
गुजरे है कुछ किस्से अभी
किरदार और भी बाकी है
कहानी मेरी अभी ख़त्म नही
गुजरे है दिन खुशियो के
और भी हँसना बाकी है
बीते है जो गम अगर
तो और भी रोना बाकी है
कहानी मेरी अभी ख़त्म नही
आये कई लोग और चले गए
मिलना नये लोगो से अभी बाकी है
टूट गए यहाँ रिश्ते कई
कुछ रिश्ते और बनाना बाकी है
कहानी मेरी अभी ख़त्म नही
देखी है असफलताएं बहुत
अभी तो सफलताओ को देखना बाकी है
कहानी मेरी अभी ख़त्म नही
देखा है दुनिया ने मुझे बहुत
कुछ रंग और निखरना कुछ रंग और दिखाना बाकी है
कहानी मेरी अभी ख़त्म नही”