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12 May 2024 · 1 min read

कशमें मेरे नाम की।

बड़े दिनों से चढ़ा है तेरे प्यार का नसा।
अब तो बस उतरने का इंतज़ार है। ।

बहुत खायी है झूठी कसमें तुमने मेरे नाम की ।
अब तो बस गुजरनेे का इंतज़ार है।।

-दिवाकर महतो
बुण्डू, राँची, (झारखण्ड )

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