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Abhishek Yadav
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26 May 2021 · 1 min read
कविता
मदद को हाथ हजारों उठे पर,
मददगार का मर्म किसी ने ना जाना।”
~~अभिषेक ~~
Competition:
“बरसात” – काव्य प्रतियोगिता
Language:
Hindi
Tag:
कविता
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· 358 Views
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