“कविता लिखने के लिए”
बॉडी बिल्डिंग करने जैसा ही है
कोई कविता लिखना,
कविता लिखने के लिए जरूरी है
स्वर औ व्यंजन सीखना।
सेहत को ध्यान में रखकर ही
खाना खाना पड़ता है,
कविता में भी शब्दों को सदा
सही जमाना पड़ता है।
हड़बड़ी में अगर खाओ तो
बड़ा बेढंगा लगता है,
शब्द चयन, व्याकरण, तुकान्त का
ध्यान रखना पड़ता है।
अच्छी सेहत के वास्ते यारों
योग-व्यायाम जरूरी है,
सुन्दर कविता लिखने के लिए
तोड़-मरोड़ मजबूरी है।
बॉडी बिल्डर की डाइट के वास्ते
रेसिपी का हो ज्ञान,
सार्थक औ आकर्षक हो कविता
कवि को रहे ध्यान।
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
भारत भूषण सम्मान +
अमेरिकन एक्सीलेंट अवार्ड प्राप्त।