Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Sep 2017 · 1 min read

कविता??लेना हौंसले से काम??

आएंगी मुसीबतें,लेना हौसले से काम।
ज़िंदगी संघर्ष है,मिलता नहीं आराम।।

उम्रे-तम है लम्बी,खुशी के कम पैग़ाम।
ग़म में हँसना सीखा, खुशी हुई ग़ुलाम।।

पकंज चाहे जग,लो इससे सीख बड़ी।
रात में चाँद-सा हँसना,है ज़िंदगी नाम।।

काँटे चुभे कलियाँ खिलें न घबराना तुम।
उगते सूरज को ही,ये जग करे सलाम।।

तन्हा चलोगे एकदिन काफ़िला बनेगा।
हर ज़ुबां पर होगा,एक तेरा ही बस नाम।।

“प्रीतम”तेरे हौसले को,सज़दा करूं सदा।
ग़म मिला कभी,किया मुस्क़रा एहतराम।।

राधेश्याम बंगालिया “प्रीतम”
सर्वाधिकार सुरक्षित
****,***************

Language: Hindi
241 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
तेरी चाहत का कैदी
तेरी चाहत का कैदी
N.ksahu0007@writer
अधूरा ज्ञान
अधूरा ज्ञान
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
असली परवाह
असली परवाह
*Author प्रणय प्रभात*
मुक्तक... छंद हंसगति
मुक्तक... छंद हंसगति
डॉ.सीमा अग्रवाल
विश्व की पांचवीं बडी अर्थव्यवस्था
विश्व की पांचवीं बडी अर्थव्यवस्था
Mahender Singh
जाने कहां गई वो बातें
जाने कहां गई वो बातें
Suryakant Dwivedi
मैं तुम्हें लिखता रहूंगा
मैं तुम्हें लिखता रहूंगा
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
खुदा के वास्ते
खुदा के वास्ते
shabina. Naaz
किसी की हिफाजत में,
किसी की हिफाजत में,
Dr. Man Mohan Krishna
हिसाब रखियेगा जनाब,
हिसाब रखियेगा जनाब,
Buddha Prakash
महत्व
महत्व
Dr. Kishan tandon kranti
गरीबी
गरीबी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
क्यों तुमने?
क्यों तुमने?
Dr. Meenakshi Sharma
गये ज़माने की यादें
गये ज़माने की यादें
Shaily
💐Prodigy Love-30💐
💐Prodigy Love-30💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
19. कहानी
19. कहानी
Rajeev Dutta
धूल में नहाये लोग
धूल में नहाये लोग
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
दया के पावन भाव से
दया के पावन भाव से
Dr fauzia Naseem shad
प्रार्थना
प्रार्थना
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
पिला रही हो दूध क्यों,
पिला रही हो दूध क्यों,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*तानाशाहों को जब देखा, डरते अच्छा लगता है 【हिंदी गजल/गीतिका】
*तानाशाहों को जब देखा, डरते अच्छा लगता है 【हिंदी गजल/गीतिका】
Ravi Prakash
Ab kya bataye ishq ki kahaniya aur muhabbat ke afsaane
Ab kya bataye ishq ki kahaniya aur muhabbat ke afsaane
गुप्तरत्न
जिस चीज को किसी भी मूल्य पर बदला नहीं जा सकता है,तो उसको सहन
जिस चीज को किसी भी मूल्य पर बदला नहीं जा सकता है,तो उसको सहन
Paras Nath Jha
भाव
भाव
Sanjay ' शून्य'
विश्व गुरु भारत का तिरंगा, विश्व पटल लहराएगा।
विश्व गुरु भारत का तिरंगा, विश्व पटल लहराएगा।
Neelam Sharma
सामाजिक कविता: पाना क्या?
सामाजिक कविता: पाना क्या?
Rajesh Kumar Arjun
बेबाक
बेबाक
Satish Srijan
कबीर: एक नाकाम पैगंबर
कबीर: एक नाकाम पैगंबर
Shekhar Chandra Mitra
ग़म कड़वे पर हैं दवा, पीकर करो इलाज़।
ग़म कड़वे पर हैं दवा, पीकर करो इलाज़।
आर.एस. 'प्रीतम'
हिंदी दोहा शब्द - भेद
हिंदी दोहा शब्द - भेद
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...