Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jan 2024 · 1 min read

दया के पावन भाव से

दया के पावन भाव से
मानवता का श्रृंगार किया जाए
क्षमा के जैसे दान का
ह्रदय से सम्मान किया जाए
ईष्या,क्रोध,काम-वासना
भावनाओं को विराम दिया जाए
जीवन पतन के कारणों का
परित्याग किया जाए।

-डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
6 Likes · 77 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
चोर उचक्के सभी मिल गए नीव लोकतंत्र की हिलाने को
चोर उचक्के सभी मिल गए नीव लोकतंत्र की हिलाने को
Er. Sanjay Shrivastava
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Surya Barman
परछाई (कविता)
परछाई (कविता)
Indu Singh
मन की बात
मन की बात
पूर्वार्थ
समस्या है यह आएगी_
समस्या है यह आएगी_
Rajesh vyas
दिल हो काबू में....😂
दिल हो काबू में....😂
Jitendra Chhonkar
19)”माघी त्योहार”
19)”माघी त्योहार”
Sapna Arora
एक दिन
एक दिन
Harish Chandra Pande
■ यादों का झरोखा...
■ यादों का झरोखा...
*Author प्रणय प्रभात*
चाँद से मुलाकात
चाँद से मुलाकात
Kanchan Khanna
दिल से हमको
दिल से हमको
Dr fauzia Naseem shad
चाय की दुकान पर
चाय की दुकान पर
gurudeenverma198
"यात्रा संस्मरण"
Dr. Kishan tandon kranti
मैं चल रहा था तन्हा अकेला
मैं चल रहा था तन्हा अकेला
..
I Have No Desire To Be Found At Any Cost
I Have No Desire To Be Found At Any Cost
Manisha Manjari
बेटी और प्रकृति, ईश्वर की अद्भुत कलाकृति।
बेटी और प्रकृति, ईश्वर की अद्भुत कलाकृति।
लक्ष्मी सिंह
नया साल
नया साल
अरशद रसूल बदायूंनी
*बताओं जरा (मुक्तक)*
*बताओं जरा (मुक्तक)*
Rituraj shivem verma
💐प्रेम कौतुक-304💐
💐प्रेम कौतुक-304💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
నా గ్రామం..
నా గ్రామం..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
मन
मन
Sûrëkhâ Rãthí
*रिमझिम-रिमझिम बूॅंदें बरसीं, गाते मेघ-मल्हार (गीत)*
*रिमझिम-रिमझिम बूॅंदें बरसीं, गाते मेघ-मल्हार (गीत)*
Ravi Prakash
करो पढ़ाई
करो पढ़ाई
Dr. Pradeep Kumar Sharma
श्रम करो! रुकना नहीं है।
श्रम करो! रुकना नहीं है।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
धानी चूनर
धानी चूनर
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
किरणों का कोई रंग नहीं होता
किरणों का कोई रंग नहीं होता
Atul "Krishn"
🤔🤔🤔
🤔🤔🤔
शेखर सिंह
अक्सर लोग सोचते हैं,
अक्सर लोग सोचते हैं,
करन ''केसरा''
मैं तुलसी तेरे आँगन की
मैं तुलसी तेरे आँगन की
Shashi kala vyas
बेटियां
बेटियां
Ram Krishan Rastogi
Loading...