कल
ना आज मै कल है,
ना कल मै कल है,
ना जीत मै कल है,
ना हार मै कल है,
ना आप मै कल है,
ना मुझमे कल है,
ना सत्य मै कल है,
ना झुट मै कल है,
ना परम्परा मै कल है,
ना धर्मों मै कल है,
ना इस देश मै कल है,
ना इसके पार कल है,
कल तो सतत, सॅंघष् , मेहनत
मै है l