Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Apr 2024 · 1 min read

कलम , रंग और कूची

कलमकार के हाथ
पगे हुए थे प्रेम में
रंग औ’ कूची में समाई
दिल की महक,
कलम लिखती जाती
ग़ज़ल और नगमे
रंग औ’ कूची में दिखती
दर्द की कसक।

डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति

Language: Hindi
3 Likes · 3 Comments · 95 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

मेरे भईया
मेरे भईया
Dr fauzia Naseem shad
पत्थर जैसे दिल से दिल लगाना पड़ता है,
पत्थर जैसे दिल से दिल लगाना पड़ता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
~~~~हिन्दी गजल~~~~
~~~~हिन्दी गजल~~~~
Surya Barman
#लघुकथा-
#लघुकथा-
*प्रणय*
सर्वप्रथम पिया से रँग लगवाउंगी
सर्वप्रथम पिया से रँग लगवाउंगी
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
Rainbow on my window!
Rainbow on my window!
Rachana
16) अभी बाकी है...
16) अभी बाकी है...
नेहा शर्मा 'नेह'
"गूगल से"
Dr. Kishan tandon kranti
शेरनी का डर
शेरनी का डर
Kumud Srivastava
देशभक्ति कविता
देशभक्ति कविता
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
अक्सर
अक्सर
देवराज यादव
नि:स्तब्धता
नि:स्तब्धता
Meera Thakur
यह जीवन भूल भूलैया है
यह जीवन भूल भूलैया है
VINOD CHAUHAN
जीवन बड़ा अनमोल है यह सत्य मानिए,
जीवन बड़ा अनमोल है यह सत्य मानिए,
Anamika Tiwari 'annpurna '
-दीवाली मनाएंगे
-दीवाली मनाएंगे
Seema gupta,Alwar
लाल उठो!!
लाल उठो!!
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
नज़्म तुम बिन कोई कही ही नहीं।
नज़्म तुम बिन कोई कही ही नहीं।
Neelam Sharma
शिव वन्दना
शिव वन्दना
Namita Gupta
उड़ान!
उड़ान!
Kanchan Alok Malu
क्या होगा लिखने
क्या होगा लिखने
Suryakant Dwivedi
हमारी योग्यता पर सवाल क्यो १
हमारी योग्यता पर सवाल क्यो १
भरत कुमार सोलंकी
Don’t worry, the right one won’t leave.
Don’t worry, the right one won’t leave.
पूर्वार्थ
।।  अपनी ही कीमत।।
।। अपनी ही कीमत।।
Madhu Mundhra Mull
एक व्यथा
एक व्यथा
Shweta Soni
*उल्लू (बाल कविता)*
*उल्लू (बाल कविता)*
Ravi Prakash
हम हिंदुओ का ही हदय
हम हिंदुओ का ही हदय
ओनिका सेतिया 'अनु '
ईश्क अतरंगी
ईश्क अतरंगी
Sonu sugandh
रात में कितना भी मच्छर काटे
रात में कितना भी मच्छर काटे
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
हार का प्रमुख कारण मन का शरीर से कनेक्शन टूट जाना है।
हार का प्रमुख कारण मन का शरीर से कनेक्शन टूट जाना है।
Rj Anand Prajapati
भीड़ में रहते है मगर
भीड़ में रहते है मगर
Chitra Bisht
Loading...