कर लो कभी तो ख्बाबों का मुआयना,
कर लो कभी तो ख्बाबों का मुआयना,
जहां मिलता है………
एहसास का सुनहरा आईना।
कभी बनाया है ऐसा एहसास का आशियाना।
सुनील माहेश्वरी
कर लो कभी तो ख्बाबों का मुआयना,
जहां मिलता है………
एहसास का सुनहरा आईना।
कभी बनाया है ऐसा एहसास का आशियाना।
सुनील माहेश्वरी