करनी होगी जंग
दहशत भरकर दुनिया में जो,
करते हैं जीवन बेरंग।
करनी होगी उनसे जंग।
डाल गले में पट्टा घूमें,
लगता जैसे धर्म अफीम।
गर्हित सोच बवंडर लाती,
घूमें बच्चे बने यतीम।
जो मजहब की पगड़ी बाँधे,
चले न कोई उनके संग।
वहशी लोगों के प्रति जिनके
उमड़ रहा है दिल में प्यार,
ऐसे लोगों को नरता का,
माना जाता है गद्दार।
मिलकर उन्हें सिखाना होगा
दुनिया में रहने का ढंग।
कोई गद्दी बचा रहा है,
पाना चाहे कोई ताज।
बस धरती के भूखे हैं सब,
करे न कोई दिल पर राज।
रास जिन्हें आता जीने का,
खास नज़रिया अपना तंग।
करनी होगी उनसे जंग।।
डाॅ बिपिन पाण्डेय