वो ख्वाबों में आकर
वो ख्वाबों में आकर, मेरा चैन चुराते हैं।
हम तारे गिनगिन कर, सारी रात बिताते हैं।।
इन प्यार के भौरों से, कभी प्यार नही करना
ये होते हैं मतलब के, एतवार नहीं करना
एक फूल की खुश्बू ले, दूजे फूल पे जाते हैं।।
हर चाहने वाले को, मिलती है नाकामी
क्यों प्यार के बदले में, मिलती है बदनामी
हँसकर महफिल में हम, सब दर्द छिपाते हैं।।
इस प्यार की कस्ती में, थे साथ हमारे वो
हमें छोड़के तूफाँ में, कर गए किनारा वो
वो वैठे किनारे पर, मेरी हंसी उड़ाते हैं।।
झूठे रिश्ते नाते, यहाँ प्यार भी है झूठा
एक तू नही “योगी”,जिसे प्यार ने है लूटा
दिल देकर हम उनसे, क्यों दर्द ही पाते हैं।।