Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 May 2024 · 1 min read

कब बोला था

कोरोना है ठीक है भैवे
उलटबांसी में उलझ मगर
शंख बजाने को कब बोला था
पटाखा फोड़ने को कब बोला था
जय श्रीराम बोलने को कब बोला था

नाइन टू नाइन
हर मिनट के आगे पीछे ही
हुकुम बजाने को कब बोला था
आगे पीछे पूँछ लगाकर समय बढ़ाकर
हुकुम तोड़कर हुकुम निभाने को कब बोला था

बोला था उतना ही करना था
अंधभक्त पकिया बनना था
भक्ति में भी दिमाग़ लगाकर
यह सब एक्स्ट्रा भक्ताना करने को
कब बोला था?

Language: Hindi
55 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr MusafiR BaithA
View all
You may also like:
भय दिखा कर कोई महान नहीं हो सकता है, हां वो प्रेमपूर्ण होने
भय दिखा कर कोई महान नहीं हो सकता है, हां वो प्रेमपूर्ण होने
Ravikesh Jha
"संघर्ष के मायने"
Dr. Kishan tandon kranti
बाल कविता: मदारी का खेल
बाल कविता: मदारी का खेल
Rajesh Kumar Arjun
अपने दिल की बात कहना  सबका हक होता है ,
अपने दिल की बात कहना सबका हक होता है ,
Manju sagar
जीवन में कुछ पाना है तो झुकना सीखिए कुएं में उतरने वाली बाल्
जीवन में कुछ पाना है तो झुकना सीखिए कुएं में उतरने वाली बाल्
Ranjeet kumar patre
#शीर्षक:-तो क्या ही बात हो?
#शीर्षक:-तो क्या ही बात हो?
Pratibha Pandey
छठ का शुभ त्यौहार
छठ का शुभ त्यौहार
surenderpal vaidya
छोड़ दिया किनारा
छोड़ दिया किनारा
Kshma Urmila
कितने चेहरे मुझे उदास दिखे
कितने चेहरे मुझे उदास दिखे
Shweta Soni
संवेदनायें
संवेदनायें
Dr.Pratibha Prakash
रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल
रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल
Atul "Krishn"
భారత దేశ వీరుల్లారా
భారత దేశ వీరుల్లారా
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
आज कल परिवार में  छोटी छोटी बातों को अपने भ्रतिक बुद्धि और अ
आज कल परिवार में छोटी छोटी बातों को अपने भ्रतिक बुद्धि और अ
पूर्वार्थ
बड़ी मुश्किल है ये ज़िंदगी
बड़ी मुश्किल है ये ज़िंदगी
Vandna Thakur
प्रेम लौटता है धीमे से
प्रेम लौटता है धीमे से
Surinder blackpen
हल्की बातों से आँखों का भर जाना
हल्की बातों से आँखों का भर जाना
©️ दामिनी नारायण सिंह
रगणाश्रित : गुणांक सवैया
रगणाश्रित : गुणांक सवैया
Sushila joshi
बच्चे पैदा करना बड़ी बात नही है
बच्चे पैदा करना बड़ी बात नही है
Rituraj shivem verma
दोहा त्रयी. . . .
दोहा त्रयी. . . .
sushil sarna
श्री रामलला
श्री रामलला
Tarun Singh Pawar
वाह भाई वाह
वाह भाई वाह
Dr Mukesh 'Aseemit'
अब मत पूछो
अब मत पूछो
Bindesh kumar jha
காதலும்
காதலும்
Otteri Selvakumar
4039.💐 *पूर्णिका* 💐
4039.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
भूत अउर सोखा
भूत अउर सोखा
आकाश महेशपुरी
तू अब खुद से प्यार कर
तू अब खुद से प्यार कर
gurudeenverma198
*तुम अगर साथ होते*
*तुम अगर साथ होते*
Shashi kala vyas
#मुक्तक
#मुक्तक
*प्रणय*
आ अब लौट चले
आ अब लौट चले
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
चांद चेहरा मुझे क़ुबूल नहीं - संदीप ठाकुर
चांद चेहरा मुझे क़ुबूल नहीं - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
Loading...