“कबड्डी”
“कबड्डी”
कबड्डी की तो बात निराली
हर खेल से न्यारा,
जज्बा जगाता गजब का यारों
बच्चों को लगता न्यारा।
कबड्डी-कबड्डी की रट सुनकर
मन रोमांचित हो जाता,
जो खेल न पाए कबड्डी
जीवन भर पछताता।
“कबड्डी”
कबड्डी की तो बात निराली
हर खेल से न्यारा,
जज्बा जगाता गजब का यारों
बच्चों को लगता न्यारा।
कबड्डी-कबड्डी की रट सुनकर
मन रोमांचित हो जाता,
जो खेल न पाए कबड्डी
जीवन भर पछताता।