11कथा राम भगवान की, सुनो लगाकर ध्यान
कथा राम भगवान की, सुनो लगाकर ध्यान
इस कलयुग में ये करे, मानव का कल्याण
जय जय राम राम राम , जय जय राम राम राम
सतयुग में श्री राम का, हुआ तभी अवतार
दम्भी रावण का उन्हें, करना था संहार
कभी न करना चाहिए, ताकत पर अभिमान
कथा राम भगवान की, सुनो लगाकर ध्यान
सीता को जिसने हरा, किया अधर्मी काम
पूरे ही कुल को मिला, उसका दुष्परिणाम
दुर्जन को मिलती सज़ा, विधि का यही विधान
कथा राम भगवान की, सुनो लगाकर ध्यान
जय हो सीता राम जय, जय हो सीता राम।
रावण बल अभिमान में, रहता था दिन रात
समझ नहीं पाया वही, बस इतनी सी बात
है मायावी भी बहुत, महाबली हनुमान
कथा राम भगवान की,सुनो लगाकर ध्यान
जय हो सीता राम जय, जय हो सीता राम।
नहीं विभीषण की सुनी, दिया उसे भी त्याग
पाई आखिर मौत ही, लगी नाभि में आग
रामायण में है छिपा, शब्द-शब्द में ज्ञान
कथा राम भगवान की, सुनो लगाकर ध्यान
जय जय सीता राम जय जय जय सीता राम।
होती हार अधर्म की, यही कथा का सार
करती है ये प्रेम का, हर दिल में संचार
करना सिखलाती हमें, मर्यादा का मान
कथा राम भगवान की, सुनो लगाकर ध्यान
जय जय सीता राम जय जय जय सीता राम।
5-10-2022
डॉ अर्चना गुप्ता