कण कण में है श्रीराम
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कण कण में प्रभु श्रीराम
जन जन में
सबके उर में
बसा है एक ही नाम
ओ है प्रभु श्री राम
कण कण में…..
पल पल में
हर क्षण में
जयघोष हो जिसका नाम
ओ है प्रभु श्री राम
कण कण में …..
जल जल में
राम जी के बल में
बंध जाता है बांध
ओ है प्रभु श्रीराम
कण कण में….
दल बल में
हर एक सेना मे
बस एक ही नाम
ओ है प्रभु श्रीराम
कण कण में…..
रचनाकार
संतोष कुमार मिरी
शिक्षक जिला दुर्ग