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14 Feb 2024 · 1 min read

प्रलोभन

प्रलोभन

प्रलोभनों के आकर्षण से
बचता वो जो रहे जतन से
अच्छे अच्छे फँस जाते हैं
चतुर चोर के पाखंडो से ।

मन की चंचलता के आगे
बुद्धि ज्ञान घायल वाणो से
कथनी करनी का अंतर है
पुण्य क्षीण होता पापो से ।

प्रलोभन भी एक बीमारी
युगों पुरानी मानव जब से
दिखने में तो सभी बचे हैं
छिपकर पाल रहे सब मन से ।

मान प्रतिष्ठा नाम बड़ाई
सभी चाहते नकल अकल से
प्रलोभन भी चकाचौंध है
अपनी अपनों के स्वारथ से

नेक कर्म व्यवहार सभी में
आज रुकावट प्रलोभनो से
मृगमरीचका में उलझा है
मानव मन भी युगों युगों से ।

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