“कड़वा सच”
“कड़वा सच”
यह कड़वा सच है
मंजिल तक पहुँचने के लिए
पड़ती है कुर्बानी देनी,
चढ़नी होती हर एक को
मेहनत की नसेनी।
लेकिन सिर चढ़कर बोल रहा
आज शॉर्टकट का जादू
होता जो अक्सर
अति कड़वा और बे-स्वादु।
“कड़वा सच”
यह कड़वा सच है
मंजिल तक पहुँचने के लिए
पड़ती है कुर्बानी देनी,
चढ़नी होती हर एक को
मेहनत की नसेनी।
लेकिन सिर चढ़कर बोल रहा
आज शॉर्टकट का जादू
होता जो अक्सर
अति कड़वा और बे-स्वादु।