Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jul 2021 · 1 min read

ओ मेरे गुरुवर

ओ मेरे गुरुवर !

ओ मेरे गुरुवर! ओ मेरे जिनवर तुझको लाखों प्रणाम
तेरे पथ पर मैं चलूँ, तेरे जैसा मैं बनूँ, ऐसा दो वरदान !

तेरे शासन से मिले उस धरम को मेरा प्रणाम
बड़ चलूँ मैं जिस पे मिल जाए तेरा ही धाम
सबसे प्यारा तेरा चेहरा सबसे प्यारा तेरा नाम
ओ मेरे गुरुवर ओ मेरे जिनवर तुझको लाखों प्रणाम

तेरे दर्शन मैं करूँ, मिल जाए आँख़ो को नूर
तेरी वाणी मैं सुनूँ मिल जाए दिल को सुकून
सबसे प्यारा गुरु है तू सबसे प्यारा तेरा ज्ञान
ओ मेरे गुरुवर ओ मेरे जिनवर तुझको लाखों प्रणाम

Language: Hindi
1 Like · 232 Views

You may also like these posts

4345.*पूर्णिका*
4345.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शिवोहं
शिवोहं
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बची रहे संवेदना...
बची रहे संवेदना...
डॉ.सीमा अग्रवाल
चले हैं छोटे बच्चे
चले हैं छोटे बच्चे
कवि दीपक बवेजा
To improve your mood, exercise
To improve your mood, exercise
पूर्वार्थ
दिये आँखो कें जलाये बैठी हूँ ...
दिये आँखो कें जलाये बैठी हूँ ...
Manisha Wandhare
........,?
........,?
शेखर सिंह
इश्क के चादर में इतना न लपेटिये कि तन्हाई में डूब जाएँ,
इश्क के चादर में इतना न लपेटिये कि तन्हाई में डूब जाएँ,
Chaahat
वापस आना वीर
वापस आना वीर
लक्ष्मी सिंह
" फेसबूक फ़्रेंड्स "
DrLakshman Jha Parimal
"गम की शाम"
Dr. Kishan tandon kranti
संभलकर
संभलकर
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
मृगनयनी
मृगनयनी
Kumud Srivastava
स्वर संधि की व्याख्या
स्वर संधि की व्याख्या
उमा झा
*चिट्ठी*
*चिट्ठी*
Meera Thakur
*सत्य ,प्रेम, करुणा,के प्रतीक अग्निपथ योद्धा,
*सत्य ,प्रेम, करुणा,के प्रतीक अग्निपथ योद्धा,
Shashi kala vyas
मोर सपना
मोर सपना
Dijendra kurrey
#सुप्रभात-
#सुप्रभात-
*प्रणय*
प्यार
प्यार
Shriyansh Gupta
I miss my childhood
I miss my childhood
VINOD CHAUHAN
अवंथिका
अवंथिका
Shashi Mahajan
माॅं की कशमकश
माॅं की कशमकश
Harminder Kaur
सवाल यह है
सवाल यह है
gurudeenverma198
ढोंगी देता ज्ञान का,
ढोंगी देता ज्ञान का,
sushil sarna
नफ़रतें बेहिसाब आने दो।
नफ़रतें बेहिसाब आने दो।
पंकज परिंदा
विशाल प्रजापति
विशाल प्रजापति
Vishal Prajapati
कुछ करो तो बुरा,कुछ ना करो तो बुरा
कुछ करो तो बुरा,कुछ ना करो तो बुरा
Ranjeet kumar patre
क्योंँ छोड़कर गए हो!
क्योंँ छोड़कर गए हो!
दीपक झा रुद्रा
गजल सगीर
गजल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
*आचार्य बृहस्पति और उनका काव्य*
*आचार्य बृहस्पति और उनका काव्य*
Ravi Prakash
Loading...