Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Dec 2018 · 1 min read

ऐ जिन्दगी

ऐ जिन्दगी

जख्मों को अब तू नुमाया न कर।
लफ्ज़ों को ऐसे ही ज़ाया न कर।।
सीधी सच्ची बात बोल मुँह पर
बातों को गोल गोल घुमाया न कर।।
झेल रहे है हँस कर ऐ जिन्दगी
पर तू हँसी में आँसू ,मिलाया न कर।।
हकीकते तेरी जब कङवी है तो
मीठे सपने भी तू दिखाया न कर।।
कङी धूप में चलना है हमे तो
चाँदनी का हमपे तू साया न कर।।
पत्थर के बुत मिलेगे बहुत
सजदे में यूँ ही झुक जाया न कर।।
सुरिंदर कौर

Language: Hindi
4 Likes · 4 Comments · 463 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हर विषम से विषम परिस्थिति में भी शांत रहना सबसे अच्छा हथियार
हर विषम से विषम परिस्थिति में भी शांत रहना सबसे अच्छा हथियार
Ankita Patel
मूल्य वृद्धि
मूल्य वृद्धि
Dr. Pradeep Kumar Sharma
कोई उपहास उड़ाए ...उड़ाने दो
कोई उपहास उड़ाए ...उड़ाने दो
ruby kumari
सैलाब .....
सैलाब .....
sushil sarna
समय बदल रहा है..
समय बदल रहा है..
ओनिका सेतिया 'अनु '
पुनर्जागरण काल
पुनर्जागरण काल
Dr.Pratibha Prakash
जो कभी मिल ना सके ऐसी चाह मत करना।
जो कभी मिल ना सके ऐसी चाह मत करना।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
संवेदन-शून्य हुआ हर इन्सां...
संवेदन-शून्य हुआ हर इन्सां...
डॉ.सीमा अग्रवाल
*मुंडी लिपि : बहीखातों की प्राचीन लिपि*
*मुंडी लिपि : बहीखातों की प्राचीन लिपि*
Ravi Prakash
*** कुछ पल अपनों के साथ....! ***
*** कुछ पल अपनों के साथ....! ***
VEDANTA PATEL
उसकी बाहो में ये हसीन रात आखिरी होगी
उसकी बाहो में ये हसीन रात आखिरी होगी
Ravi singh bharati
कजरी
कजरी
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
జయ శ్రీ రామ...
జయ శ్రీ రామ...
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
महिला दिवस विशेष दोहे
महिला दिवस विशेष दोहे
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
फ़ानी
फ़ानी
Shyam Sundar Subramanian
इक झटका सा लगा आज,
इक झटका सा लगा आज,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
फटे रह गए मुंह दुनिया के, फटी रह गईं आंखें दंग।
फटे रह गए मुंह दुनिया के, फटी रह गईं आंखें दंग।
*Author प्रणय प्रभात*
"पानी"
Dr. Kishan tandon kranti
क्या मणिपुर बंगाल क्या, क्या ही राजस्थान ?
क्या मणिपुर बंगाल क्या, क्या ही राजस्थान ?
Arvind trivedi
यदि गलती से कोई गलती हो जाए
यदि गलती से कोई गलती हो जाए
Anil Mishra Prahari
परछाई
परछाई
Dr Parveen Thakur
3172.*पूर्णिका*
3172.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मैं एक महल हूं।
मैं एक महल हूं।
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
अपना सपना :
अपना सपना :
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
साहित्यकार गजेन्द्र ठाकुर: व्यक्तित्व आ कृतित्व।
साहित्यकार गजेन्द्र ठाकुर: व्यक्तित्व आ कृतित्व।
Acharya Rama Nand Mandal
हम लड़के हैं जनाब...
हम लड़के हैं जनाब...
पूर्वार्थ
तुम्हें आसमान मुबारक
तुम्हें आसमान मुबारक
Shekhar Chandra Mitra
आरम्भ
आरम्भ
Neeraj Agarwal
Loading...