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Dr. Kishan tandon kranti
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12 Feb 2024 · 1 min read
“ऐ जिन्दगी”
“ऐ जिन्दगी”
तू हँसाती कम रुलाती ज्यादा है,
तू इस कदर क्यूँ सताती ज्यादा है.
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