Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Mar 2024 · 1 min read

कहें किसे क्या आजकल, सब मर्जी के मीत ।

कहें किसे क्या आजकल, सब मर्जी के मीत ।
दम्भ युवा का बन गया, नव युग का संगीत ।।

सुशील सरना / 13-3-24

25 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मेरा सुकून
मेरा सुकून
Umesh Kumar Sharma
आधुनिक परिवेश में वर्तमान सामाजिक जीवन
आधुनिक परिवेश में वर्तमान सामाजिक जीवन
Shyam Sundar Subramanian
बड्ड यत्न सँ हम
बड्ड यत्न सँ हम
DrLakshman Jha Parimal
याद रखना
याद रखना
Dr fauzia Naseem shad
वह फिर से छोड़ गया है मुझे.....जिसने किसी और      को छोड़कर
वह फिर से छोड़ गया है मुझे.....जिसने किसी और को छोड़कर
Rakesh Singh
होते वो जो हमारे पास ,
होते वो जो हमारे पास ,
श्याम सिंह बिष्ट
एक किस्सा तो आम अब भी है,
एक किस्सा तो आम अब भी है,
*Author प्रणय प्रभात*
बनारस
बनारस
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
बहुत अहमियत होती है लोगों की
बहुत अहमियत होती है लोगों की
शिव प्रताप लोधी
मुहब्बत ने मुहब्बत से सदाक़त सीख ली प्रीतम
मुहब्बत ने मुहब्बत से सदाक़त सीख ली प्रीतम
आर.एस. 'प्रीतम'
*रामलला का सूर्य तिलक*
*रामलला का सूर्य तिलक*
Ghanshyam Poddar
*ऋषि अगस्त्य ने राह सुझाई (कुछ चौपाइयॉं)*
*ऋषि अगस्त्य ने राह सुझाई (कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
!! एक ख्याल !!
!! एक ख्याल !!
Swara Kumari arya
*ऐसा युग भी आएगा*
*ऐसा युग भी आएगा*
Harminder Kaur
गुस्ल ज़ुबान का करके जब तेरा एहतराम करते हैं।
गुस्ल ज़ुबान का करके जब तेरा एहतराम करते हैं।
Phool gufran
क्या बोलूं
क्या बोलूं
Dr.Priya Soni Khare
2717.*पूर्णिका*
2717.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सेर
सेर
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
जिंदगी को हमेशा एक फूल की तरह जीना चाहिए
जिंदगी को हमेशा एक फूल की तरह जीना चाहिए
शेखर सिंह
बातें करते प्यार की,
बातें करते प्यार की,
sushil sarna
बुलंद हौंसले
बुलंद हौंसले
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
बहुत ख्वाब देखता हूँ मैं
बहुत ख्वाब देखता हूँ मैं
gurudeenverma198
** मंजिलों की तरफ **
** मंजिलों की तरफ **
surenderpal vaidya
ठोकर भी बहुत जरूरी है
ठोकर भी बहुत जरूरी है
Anil Mishra Prahari
***
*** " चौराहे पर...!!! "
VEDANTA PATEL
धिक्कार
धिक्कार
Shekhar Chandra Mitra
ہر طرف رنج ہے، آلام ہے، تنہائی ہے
ہر طرف رنج ہے، آلام ہے، تنہائی ہے
अरशद रसूल बदायूंनी
लडकियाँ
लडकियाँ
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
उधेड़बुन
उधेड़बुन
मनोज कर्ण
शब्द
शब्द
Madhavi Srivastava
Loading...