Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 May 2023 · 1 min read

ऐसा एक ख्याल है

ऐसा एक ख्याल है,
कि कभी रोज, जब ये सूरज नहीं दिखेगा
बादलों के सहारे जब उजाला बिखरेगा
सड़कों पर कोई छाया
धुंधली सी होगी,
मन में इश्रत की चाह भी
फीकी सी होगी।
तब राहें तो दिखेंगी,
जहां जाना है, वो मंजिले भी होंगी
ईर्द-गिर्द की हलचल भी
नजर में होगी,
कौन क्या कहता कहता है.
इसकी खबर भी होगी।

लेकिन मन विह्वल है
आज मन जरा खींचा खींचा सा है,
राहें तो वहीं हैं,
मगर सफर धुंधला धुंधला सा है।
यहां से अब मंजिल
और कितने दूर है, मालूम नहीं।
आसमान में बिखरे बादल
साथ-साथ और कितने दूर हैं, मालूम नहीं।

ख्याल ये भी है, कि जिस ओर जा रहे
उस ओर कोई रौशनी हो,
खुला आसमान हो, बेहतर जिंदगी हो।
पर लगता है,
कि असलियत इससे कहीं दूर है।

क्योंकि मंजिले,
जिन्हें कभी नहीं देखा
ऐसी ख्वाहिशें बादलों के पीछे
फलक और उफ्क के दरमियान
बहुत दूर हैं।
जिन्हें सोचा तो जा सकता है,
लेकिन कभी देखा नहीं,
और ना ही कभी छुआ जा सकता है।
ऐसा सफर, एक ख्याल ये भी है

Language: Hindi
217 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अब गांव के घर भी बदल रहे है
अब गांव के घर भी बदल रहे है
पूर्वार्थ
आज़माइश
आज़माइश
Dr. Seema Varma
आगाह
आगाह
Shyam Sundar Subramanian
रहने भी दो यह हमसे मोहब्बत
रहने भी दो यह हमसे मोहब्बत
gurudeenverma198
"समझाइश "
Yogendra Chaturwedi
"ओस की बूंद"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
क्यूँ भागती हैं औरतें
क्यूँ भागती हैं औरतें
Pratibha Pandey
💐Prodigy Love-38💐
💐Prodigy Love-38💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
नये अमीर हो तुम
नये अमीर हो तुम
Shivkumar Bilagrami
ज़िंदगी को जीना है तो याद रख,
ज़िंदगी को जीना है तो याद रख,
Vandna Thakur
- मोहब्बत महंगी और फरेब धोखे सस्ते हो गए -
- मोहब्बत महंगी और फरेब धोखे सस्ते हो गए -
bharat gehlot
जिंदगी
जिंदगी
Seema gupta,Alwar
2539.पूर्णिका
2539.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
कुत्ते / MUSAFIR BAITHA
कुत्ते / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
*दुर्भाग्य से बौनों ने पाया, उच्चतम-पदभार है  (हिंदी गजल/गीत
*दुर्भाग्य से बौनों ने पाया, उच्चतम-पदभार है (हिंदी गजल/गीत
Ravi Prakash
"बेजुबान"
Pushpraj Anant
बिसुणी (घर)
बिसुणी (घर)
Radhakishan R. Mundhra
तुम तो मुठ्ठी भर हो, तुम्हारा क्या, हम 140 करोड़ भारतीयों का भाग्य उलझ जाएगा
तुम तो मुठ्ठी भर हो, तुम्हारा क्या, हम 140 करोड़ भारतीयों का भाग्य उलझ जाएगा
Anand Kumar
सपने
सपने
Santosh Shrivastava
चलो चलें बौद्ध धम्म में।
चलो चलें बौद्ध धम्म में।
Buddha Prakash
कुप्रथाएं.......एक सच
कुप्रथाएं.......एक सच
Neeraj Agarwal
■ रोने से क्या होने वाला...?
■ रोने से क्या होने वाला...?
*Author प्रणय प्रभात*
रमेशराज की विरोधरस की मुक्तछंद कविताएँ—1.
रमेशराज की विरोधरस की मुक्तछंद कविताएँ—1.
कवि रमेशराज
क्या सितारों को तका है - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
क्या सितारों को तका है - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
बाकी सब कुछ चंगा बा
बाकी सब कुछ चंगा बा
Shekhar Chandra Mitra
प्रभु के प्रति रहें कृतज्ञ
प्रभु के प्रति रहें कृतज्ञ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
__सुविचार__
__सुविचार__
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
"तब कैसा लगा होगा?"
Dr. Kishan tandon kranti
dr arun kumar shastri
dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Image at Hajipur
Image at Hajipur
Hajipur
Loading...