Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Oct 2024 · 1 min read

” ऐतबार “

” ऐतबार ”

लगता कि ऐतबार नहीं है शायद मुझमें
इसलिए
समन्दर सी गहराई है तेरी खामोशियों में।

1 Like · 1 Comment · 48 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

लोग चाहते हैं कि आप बेहतर करें
लोग चाहते हैं कि आप बेहतर करें
Virendra kumar
बेहतर और बेहतर होते जाए
बेहतर और बेहतर होते जाए
Vaishaligoel
If We Are Out Of Any Connecting Language.
If We Are Out Of Any Connecting Language.
Manisha Manjari
दादाजी ने कहा था
दादाजी ने कहा था
Shashi Mahajan
अनपढ़ प्रेम
अनपढ़ प्रेम
Pratibha Pandey
तुम भूल जाना मुझे
तुम भूल जाना मुझे
Jyoti Roshni
Pyasa ke gajal
Pyasa ke gajal
Vijay kumar Pandey
2753. *पूर्णिका*
2753. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मेरे प्यारे चाँद
मेरे प्यारे चाँद
Sudhir srivastava
एक सलाह, नेक सलाह
एक सलाह, नेक सलाह
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
जिंदगी मौत तक जाने का एक कांटो भरा सफ़र है
जिंदगी मौत तक जाने का एक कांटो भरा सफ़र है
Rekha khichi
"वो दिन दूर नहीं"
Dr. Kishan tandon kranti
*हमें कर्तव्य के पथ पर, बढ़ाती कृष्ण की गीता (हिंदी गजल/ गीतिका)*
*हमें कर्तव्य के पथ पर, बढ़ाती कृष्ण की गीता (हिंदी गजल/ गीतिका)*
Ravi Prakash
पछतावा
पछतावा
Dipak Kumar "Girja"
Y
Y
Rituraj shivem verma
सबको खुश रखना उतना आसां नहीं
सबको खुश रखना उतना आसां नहीं
Ajit Kumar "Karn"
ओ! महानगर
ओ! महानगर
Punam Pande
अपने साथ चलें तो जिंदगी रंगीन लगती है
अपने साथ चलें तो जिंदगी रंगीन लगती है
VINOD CHAUHAN
“आखिर मैं उदास क्यूँ हूँ?
“आखिर मैं उदास क्यूँ हूँ?
DrLakshman Jha Parimal
- तेरी चाहत में -
- तेरी चाहत में -
bharat gehlot
गाड़ी मेरे सत्य की
गाड़ी मेरे सत्य की
RAMESH SHARMA
बना दिया हमको ऐसा, जिंदगी की राहों ने
बना दिया हमको ऐसा, जिंदगी की राहों ने
gurudeenverma198
इंसानियत का एहसास
इंसानियत का एहसास
Dr fauzia Naseem shad
तुमसे दूर इस उदास शहर में, उस सूखती नदी के किनारे पर बैठा हु
तुमसे दूर इस उदास शहर में, उस सूखती नदी के किनारे पर बैठा हु
पूर्वार्थ
मेरी पुरानी कविता
मेरी पुरानी कविता
Surinder blackpen
मेरे साथ किया गया दुर्व्यवहार अच्छा नहीं होता
मेरे साथ किया गया दुर्व्यवहार अच्छा नहीं होता
Dr. Man Mohan Krishna
🙅याद रहे🙅
🙅याद रहे🙅
*प्रणय*
पिछले पन्ने 10
पिछले पन्ने 10
Paras Nath Jha
राम सिया की होली देख, अवध में हनुमंत लगे हर्षांने।
राम सिया की होली देख, अवध में हनुमंत लगे हर्षांने।
राकेश चौरसिया
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...