एक हृदय की संवेदना
एक हृदय की संवेदना,
जो है सीमा से परे।
जो छू ले आकाश को,
और पाताल को भरे।।
जो महसूस करे हर दर्द,
हर खुशी में साथ दे।
जो बहे प्रेम की धारा में,
निरंतर ही दिन रात।।
जो दे दिलासा दुखियारों को,
हताश को सहारा दे।
जो मिटाए सारे आंसुओं को,
और घाव पे मरहम बने।।
– सुमन मीना (अदिति)
लेखिका एवं साहित्यकार