” एक मलाल है “
कल जो नकाब में थे ,
आज वो बेनकाब है ।
कल जो साथ में थे ,
आज वो सिर्फ याद में है ।
हमारी मासूमियत भी तेरी तलबदार है ,
बस यही एक मलाल है !
मेरी नज़रों का धोखा है ,
या तु सच में बेमिसाल है ।
हमें तो सिर्फ तुझसे प्यार है ,
ये रंग – रूप और अस्तित्व तो सिर्फ काला बाज़ार है ।
माना , वो विधाता ही सबसे बड़ा कलाकार है ,
पर तेरे चेहरे भी तो हजार हैं ,
बस यही एक मलाल है !
इस काली दुनिया में ,
सतरंगी सिर्फ प्यार है ।
मौत के द्वार पर खड़े हैं ,
फिर भी अधुरी ख्वाहिशें हजार हैं ।्
हां , तेरी नियत ही दगाबाज है ,
बस यही एक मलाल है !