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6 May 2024 · 1 min read

एक पल

यादों से निकला एक पल
दे गया दस्तक
लिए मीठी कड़वी बातें
मन के कोने में एक बच्ची बैठी है।
अथाह मन के समंदर में
हिलोरे लेता है विचार- जल

लोगों की घुमावदार बातें
यकायक नहीं समझ में आती
एक पल को
रिश्तों के बाज़ार में
बंट गई हैं सारी गर्मजोशियाँ
रह गए है केवल सूने पल

अपने बदल गए हैं पूरी तरह
आस- पास केवल और केवल
झूठ बिखरा पड़ा है।
ज़िंदगानी तरस गई एक सच को
बस और बस रह गया
एक झूठ में पगा पल

मीरा ठाकुर

Language: Hindi
1 Like · 27 Views
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