एक तरफा दोस्ती की कीमत
एक तरफा दोस्ती की
क़ीमत अजीब होती हैं
या यूँ समझ लो एक तरफा प्यार की,
हालत अजीब होती हैं।
रोती हैं गर आँखे ,
सांसो में तकलीफ होती हैं ।
निभाने के नाम पर,
फ़ितरत अजीब होती हैं ।
चाल चलती हैं निगाहें जब ,
तब जिंदगी परेशान होती हैं।
अपने पन की आदत की,
लत अजीब होती हैं।
बेवफा लाख हो वो पर उसी से,
मिलने की तलब होती हैं ।
डर लगता है वफ़ाओ से,
जब बेवफ़ाई की महक मिलती हैं ।
सहमी-सहमी धड़कन को,
दिल के रोने की ख़बर मिलती हैं।
नहीं समझेंगे लाख समझाने पर,
जिनको किस्मत खराब मिलतीं हैं।
हो सकता हैं रो दे मेरे सवाल पर ज़माना ,
क्या जवाब देगा वो जिसमें मेरी हँसी ख़ुशी बस्ती हैं ।
शमा परवीन बहराइच उत्तर प्रदेश